FactTechz AMAZING FACTS SHOW - Episode 1012

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  • समुंदर से मचली का बाहर आना एक सामान्य घटना है।
  • इसका वैज्ञानिक स्पष्टीकरण है कि मचली भूकंप की संवेदनशील होती हैं।
  • भूकंप से पहले, मचली अक्सर समुंदर के किनारे आ जाती हैं।
  • यह कोई बुरा संकेत नहीं है, बल्कि एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।
  • हमें इस बारे में डरने की जरूरत नहीं है।
  • अनावश्यक जानकारी पर ध्यान न दें, जो गलतफहमी पैदा कर सकती है।

पूरे दून्या बहर में ये मचली दिखरे ये हर जगा इसे कहते है और फिष और ये बिलकुल भी अच्छा संकेत नहीं है हमारे दून्या में लिट्रली प्रले आने वाला है कुकि जब -जब ये मचली समुडर से बहार आते हुए दिखी है तब -तब कुछना कुछ बड़ा और बुरा हुए है आसा लोगो का कहना है इंट्रेंट पे चल रहा है इसके पिछे की क्या सच्चा ही आखिर?

हुए ये कि वेस्टरन देशो में ये जगा -जगा पे समुडर के बहार मरी हुए पाए गई गई और इसे कहते है दुम्स दे फिश याद है आपको सबसे भेंकर आर्थकुए एक साल 2011 वाला जापान वाला मैं चोटा था मुझे आभी देख याद है यो निूज चनल पे हुररर सीं देखना तब उस सुनामी के एक हुट्टे पहले से बहुत सारे ओर फिष समुडरे से निकलिया और मरे पडे हुए दिखे थी।

तो ये अखिर कैसे पोसिबल है और लोग इस बात पे मानते तो ठीक भी होता लोग तो कुछ भी मानने लकते है लेग जानिक भी कहते हैं कि ये जब निकलती है तो कुछ भूरा होता है।

तो देखो इसका एक साँन्टिफिक इस्पलनिषन है दियान त सुन्ना, समुडर की कुछ मच्लिया सिस्मिक एक्टिविटी से संसेटीव होती है यानी कि जब द़र्ती हिलती है, तब जो हल्चल होती है, उस चीज से बहुत संसेटीव होती है कुछ मच्लिया और जब भी भूकम पानेवाला होता है, तो दर्ती के लोवर लेवल पे हल्चल, कुछ दिन पहले सही होने लकती है।

और किकि समुश्ल्डर बहुत गहरे एर्या मेर है ता है, आपने सुना होगा, पाच दस केलोम्मिटर गहरा समुश्ल्डर होता है? आम्दोर पे पाच्च़े होता है तो उस एर्या में मच्लिया पहले फील कर लेती है।

आब आब अगर भुकम फोर एए दह्डी फिल रहे है तो जायतर मच्लियों कोई मतलप नहीं होता है हिल रहल रहाम तो पानी में रहेंगें लेकिन कुच मच्लिया ज़िसक भी में ले खार सश्टीव होती है और उस मिसे तरप पहै है यह एर्फिष्ष्ट सब सब से आद और संसीटिप संसीटिप मने कि यह तुरनत शरवाइबल कर लिए दब खागने लकती है इन लकता खडर आगा आए।

और इसलिये आर्द्खेक और सुनामी के पहले वहड चारे मचलिया पानी के उपर आजाती है जो की इनको नहीं आचाई है।

और कुछ मचलिया इसी हल चल के चलते समुदर के किनारे आजाती है और मर जाती है।

तो और फिष्ट के सच्चाई यह एई है और आजाती है कि सेज्मिक आक्टेविटी की चलते हो आजाती है और आजी बात ही के अभी जब यह मचलि कुछ दिन पहले दिख ही तब ही कैनड़ा में एक पाच मैंगनेट्टूट का भूकम बाया वेंकुवर में।

और आप लोग कमेंट करने लगे मेरे चन्टल पे कि सर प्लीज वोशन में क्या चल रहा है आजकल सारे फिष्ट और बहुत से जीव जन्टु समच्टर के बाहर क्यो आरे?

सर प्लीज कितन क्योट हो आप किने दर गयो आप और इस्टक्राँ में में से जाने लगा कि राजेज भाई दीपसी में कुछ चल रहा है क्या डार की मोजी।

तो देखो यहा पर समजने की और एक बात है कि कोई भी जानकारी जब इंटनेट पे निकलती है तो वो बरहा च़ाड़ा के दिखाए जाती है हर जगा।

तो आसा नहीं है कि यह मचली दिखी और सुनामी आना ही है बुरा हो नहीं है।

समुझर के आसे कई पाट से जहाँपर देली कितने और फिष आके मरी पडी रहती है समुझर की किनारे अवहां आन्सान नहीं है, बीच नहीं बने हुए है, तो हमें पता भी निचलता है कि और फिष मुझर निकली है।

कोई एक सवाई जगाँपे और कोईन्सिटन से जब कोई फेमस बीच ज़हांपे बहुत सरे लोग है अवहांपे और फिष दिख गए, तो हाई औराम आई क्या हो गया, और फिष दिख गए, अब तो प्रले आने वाल है तो बात ये है, मतलब ये है, कि दरने की कोई ज़रवत नहीं है।

ये मचली का साइटिंग कोमन है, बस ज़हांपे ज़ादा आईबाल्स है, ज़ादा लोग है, वैसे बीच पे अगर दिख गए, तो रे दुम्स दे फिष इस बैध, वला ट्रेंथ होने लकता है, बकि नेचर में, ये प्रकिड़ी में और फिष का समुडर से बहार आना, बिलकल कोमन फेनमेनन है।

नहीं नहीं नहीं नहीं तो वोगर दरने की कोई बात नहीं है, ये नेच्रोल सा फेनमेनन है।

तो जाडा आईबोल, जाहां जाडा लोग का आखिप मुजुद है, बीचेज, फेमस भीच वहाँ आगा गए है, तो बस हल्चल हो लिए।

तेट्सेग, स्प्स्क्रिब करने के बाद, बेल आगन पे क्लिक कर के ये आल बतन जे जर रोंगर लेना, ता कि अगली विडियो आप थक सब से पहले पहुझच आए।

फैक नमर नाईन, जे कमें देखो बहीग कुस दिन पहले देली में भुकम पाया था, मुजे ये पुचना था, बुकमप कंतिनुग क्यो नी आता है, और कुछी सेकंट में चल क्यो जाता है।

वूकमप कुछी सेकंट इसली आता है, कि आप जो फील करते हो, वो साईट एपक्त आप फील करते हो, जो में चीज है हो तो कही और हो रही होती, उसे कहते है एपी सेंटर।

यह से आपकानिस्तान के मिक्टी के नीचे, कही पे कुछ हल्चल होई दहरती में, तो उसका साईट एपक्त दिल्ली तक फो तो फील हो जाता है।

लेकिन फोरवरी 2025 में देली में भुकम पाए थी, देली NCR में, और मैं भी देली NCR में ही था उस ताएम।

सुब पाज भज बजे रा था, मैं बहुत गहरे नींद में था, और आचानक से मुझे लगा कि कुछ शेख हो रहा है।

फिर मैं उठा, तो मुझे लगा था कि यह बिल्टिंग हिल रही है, तो मुझे लगा कि कुछ इलुजन हो रहा है।

तब मैंने, मोभाल डेट आवन किया, उविटर अप खोला एर्द्खेक ताएग की और लेटेष्ट पे गया, फैझ सेकंट गो, वन सेकंड गो, आप आप आप सेकंड गो, थेली एर्ट्खेक देली एर्द्खेक।

और अर्ड्खेक आया थीक है, इस में क्या खाज बात है? खाज बात तब मुझे पताजली, कि यसका देंगम, यसका एपी सेंटर देली के ही नीचे था।

हैने भुकम् आया आपके इलाका में, तो कोई बढ़े बात नहीं है, हलका हीले डूले थीख है।

लेकिन आगर यह पताजले कबुकम् का केंध्र, जहांपे धरती पे हल्चल हो रही है, वही आपके गर के नीचे हो, यह फिर आपके शेहर के ही नीचे हो, तो यह बहुत बहंकर बात होती है।

और इस भुकम् का एपी सेंटर देली में ही फाट, और बहुत इसकेरी बात, और बहुत दिन बाध आज्सा हूँए।

वहुकम् का में केंडरी जैलिये आंसीर के रीजन मेरा, और एक बात जल्दी से बताडेता हूँ, की बुकम् का जो उद्ष़ोड़ कर के आता है, तो थीखी रहाता है है और दरती के लिए।

अगर दर्दर कर के ना निकले, तो एकी बार में निकलना हो गा एनर्जी को, एनर्जी तो दर्टी का निकले गा ही।

तो अगर तोर भोखंप ना आए और दस थाल कंधर सल बाद एक भार आए, उो आएगा साथ आप मागनिटूट का और सारा शहर कतम।

उसर्चा थोड़ थोड़ा आगे चले जा।

और हम इंसानो को कुछ नुक्सान भी ना पहुंजे कुछ चार पाच लेबल वाले मागनेटूड वाले भुखंप में कुछ भी खास नुक्सान नहीं होता है।

वक नमरेएड एक बार एर्पोट से बहार आरे थें और उनके श़ट पे एसा कुछ लिखा हूँ आ था।

आभी ये क्या है ये डोट डोट डोट डोट बाला बाशा है ये मोर्च्ट कोड है और उसको दिकोड करने पे ये पता चल रहा था ये ये लिखा हूँ आ है वान लास्ट टाईं।

यान इमस दोनी अइपिल को लास्ट टाईं खेलेंगे साल डोड़र पच्चिस में।

उएसका मतलब था वि कितने एमेखिं बातने एक आसा लंगवेज इजिस्ट करता है तिस में हम बिना किसी लेटर के ही पात कर सकते हैं।

सुर्फ टाएश और डोड़ से।

एक बार इस एंटरस्टिंग भाशा इस मोर्स कोड़ का चार्ट दिखा देता हूँ।

इसका एबी सीटी का चार्ट ये देखु।

आब ये एकर लिखा हूँ आए अपंको बी किसी को बी भे भेस सकते हो और जिससं को मोर्स कोड आता हो टॉकी 0 .0001 % डोगी हूँँंगे एक भगी किसी को नहीं पताछलेगा कया अप क्या लिखे।

अप होँ शाएड मेष्द होनी के प्रीस्ट तीम ने जान्बुच्कर ये स्वाटूंको पहनाया तके हाजार फैंड में आध फैंड तो उसको लिख के स्पोट करेंगा।

बैस में लिखा हुए वान लास्ट्टाईम।

फैक नमवर सेवन मैं आपको बताया था कि मच्षर अगर आपके दूद के गलास में गिर जाए तो आप मच्षर को निकाल के फेक के पीजकते हो।

मलेरिया देंगु दूद में नहीं आजाएगा एसा निए होता है।

तो कही लोगोने कमेंट किया कि भाई चिपकली गरजाय तो गलती से भी मक पीलेना।

अगर चिपकली गरजाय, तो वो दूद को बिंडाज पीलेना ये मैं बिलकुल भी नहीं बोलुंगा पगले।

चिपकली का पुरा बायो केमेस्ट्री अलग होता है।

उनके बार्टी में काई बैक्तेरिया और तोक्सिन्स प्रेजेंट होते हैं इसु लिया हां, बीस लिटर दूद में भी अगर चिपकली गरजाय तो चिपकली को हटागे, दूद को पीलो सब कोई।

यसा अगर कोई किया तो चान्सेज बड़ जाते है, कि सुवा में ये खबर आए, कि सब को उल्टी होगाई और किसी को को इन्फक्षन होगया।

अंप सब को पता है, कॉम्मेला अउगर कोईके लिए बढ़ा फेमस है।

लोग बातो बातो में इस बात को बोलते है, कॉम में अउझर औझर उझर अगर आए तो आप को पता है।

एक इसान के मन में आया, कि कि कि चिण आ इसी लएंगण का प्छडा उठया जाए और उसन अपने पतनी को मारने का प्लैम किया और एक होटल में लेजा के खतम कर दिया।

और कोई पुष्ता था कि कहाँ है तुमारी वाईप तो खयता था कि कुम में खोगे मिल ले रहे है चा।

क्या होता है भाई?

वैक नमब फाँई ये कमेंट देखो बड़ा अंट्रस्टिंग है, हमें आभी जो फील ये सोचकर आती है, कि अंदियाने कभी अपना सेतलाइट साइकल और बैल गाडी में दिलीवर किया था।

वैसे ही फिलिंगs हमारे बच्छो को, याने आपकर में बच्छो की बात हो रही है, या फिर उनके मिटी के लिए, सथदर से आस्सी हसार करोड रवाग पर के जी, खर्चा कर दिये।

भैई बात दो बलकुल सईए, कि मंगल गरा के मिटी का एक किलो वापस दर्टी पे लाने के खर्चा आस्सी हसार करोड रवाग।

लेकिन बाद में जाके जब मार्स्पे त्रिप कोमन हो जाएगा इंसानो के लिए, तब ये फैक्ट के अंदर आगा, कि वान ताईम एक समय पेप, अनसानियतने आस्सी हसार करोड खर्चा की आता सिर्फ मिटी लाने के लिए।

उस ताईम ये क्रिंज फैक्ट बन जाएगा जो अभी कूल फैक्ट है।

उर तब दूनिया काफी बडल चुकी होगी, तब मैं किस तराउ फैक्ट बतार होंगा पता है, आसे बोलोंगा।

क्या आप को पता है, पहले अनसान सर्फ दहरती पे रहा करते थे।

जी हा अनसान अकेले सर्फ एक ही प्लैनेट पे रहाता था।

बाकी प्लैनेट वीरानत है सुलर सिस्टम के, दाट्स गजब।

आसे में बोल रहोंगा, ये बात वीएड हो चुकी होगी कि अनसान दहरती पे अकेले रहाता है।

कोई रेले टेव मार्स पे रहा होगा, कोई रेले टेप चांद पे रहा होगा, आसा होचुका होगा।

और इलों मस्क जब जबतक इस दुन्या में है, तब तक आप होप मत चोलो मार्स पे जानेगा।

ब्रम्मा, विष्नु और शिव हैं, तो आपने सुनावागा शिव वगवान का पुजा होता है, विष्नु वगवान का भी बहुत सरा मंदिर है।

लेकिन ब्रम्मा भगवान का पुजा नहीं होता है, कहानी के रिए नुसार उनका असा कन दीशन बना था, कि उनको कोई दरती पे नहीं पुजेगा।

और आसे ही है, according to our scriptures, पर आसा नहीं है, कि ब्रम्मा टेम्पल नहीं है।

बारत में सबसे बड़ा ब्रम्मा टेम्पल राजिस्तान के पुषकर शेहर मैं है, और आसे करीब चेंसे साथ भी मंदिर है, पुरे भारत में, जो के अफकोर्स बहुत कम है।

ब्रम्मा बभाँण को ही पुज़ा याता है, जो लोग अपने बोडी के प्रोटीन नेटस को पुरा करने के लिए, सत्तू पीते है, उनके लिए मैं ही जानकारी दीत ही।

कि वे प्रोटीन जो मरकेट में मिलता है, उसका सत्तू से कोई कुमपारीजन नहीं है।

तो बड़ा कनफुजन था, तो उसको मैं एक बर समझाता हूँ अच्छे से।

देखो मानलो अभी आपको पच्टिस गराम प्रोटीन चाही है, किसी बितरा, मुझे पच्टिस गराम प्रोटीन दे।

अब आपके पास दो अप्षन है, आप वे प्रोटीन लिए, एक चमच वे प्रोटीन को गलास में दाले, भोले और पील ये, पच्टिस गराम मिल गया।

अब दुसरा अप्षन अगर आपके गर में सथ्टू है, तो आपको सो गराम सथ्टू लेना है, और उसको जैसे आप खारना या पीना चाहो।

अब दुसके चकर में आपने बहुत जाढदा सथ्टू खालिया, और सो गराम सथ्टू में 4 सो क्यलरी खालिया अपने।

चार चार सो क्यलरी वोलग काना खाणा कागगे, तो बहुत जाढदा अन फिट हो जाओगे, अनदर से भी और बहाहर से भी।

और वे प्रोटीन में आपको पच्टिजगराम प्रोटीन तो मिला लेए उस में फैट, कलरीज यसब नाक।

यह बरावर और उस में कलरीज मातर सव थी जो की अच्छी बात है वो प्योर प्रोटीन है।

और एगी काराने के सथ्तुके क्मपैरीजन में प्रोटीन कि की मद सब 10 गुनाजाएा।

वह दून्या मैसा दर अज्श्ट करते है कि एक चीस की की मद और सफ्च्छी से यहने सथ्तु से 10 गुनाजाएा हो वे प्रोटीन कि की मद तो जस्स आँसे ही नहीं है।

उस्मे व्यालिव है तभी प्राईस है और यह आप फ़ोस मैं किसी कमपनी का नाम ने लुंगा।

वेप्रोटिन आपने आप में कातिगरी है को ये खमपनी का प्रड्क्थ नी है के वेप्रोटिन वो कातिगरी है।

अर देखो मैं ये नहीं केरा के आप दाई दाई हाँजार का प्रोटीन प्यो सत्तु, सब से नुट्रिष्यस खानो में से एक है, जो की हमारे पूर्वाच काई सालो से पीते आर हैं।

सत्तु बुरा नहीं है, बस क्या है कि जो लोग खडटे नहीं है, बैठे -बैठे काम है उनका, उनके अंदर जब चार सो कालरीज ये जाड़ा -ज़ादा कालरीज देली जाती है, तो उन्सान अनपिट होने लकता है।

बाकि एक रब का अपका अक अपका अपका अपका अपका तब सत्तु पीो बिंदाुस को लिए दिखकत नहीं।

फैक नमप्ishiak namanq 2, ये फैक्त सूँनहाब को मजा आजागागागा।

आप एक बात बता अँ एक धामसार रुप़, और पनधरा सो करोड रुपच में फर्ख होता है, कितना फर्ख होता है?

बहुत होता है, एक करोड, सो करोड, पान सो करोड, आजार करोड की बात ने कर है।

पनधर सो करोड तो जब मैंने बताया कि, करेट काट से अगर अप धार रुपय का एक कुछ शॉपिंग कर लो, और मालनो पचाया साल तक आप ने बिल नहीं पे किया।

भान मेजय कमपनी क्रिटकाद वाली तो आसे केस में पैसा बड़ते बड़ते अगर एक हजार का आपका बकाया पचास साल बाद आब देरे हो और आपको पच्लाक साथ लाग भी देना पड़े।

तो समझाता है क्रिटकाद जितना इंट्रस्ट लगाती है 40 % पर आनम जितना ब्याज लगाती है।

ये देखो वो चाथ आसा कुछ हाल होगा लगबक पचास सालो में वो एक हजार का आमाूंट 40 % पर आनम के ब्याज दर के हिसाथ से 15 -20 करोड रुपय में बड़ल जायागा।

अव कोर्स ये बस एक थ्योरेटिकल सिट्वेशन है आम दोर पे क्या होता है कि क्रिट काट कमपनीज जब देखती है के 3 -4 साल से 8 साल से कोई बिल ने के किया है तो या तो वो रहीत अप कर देती है।

क्या जायन तो ये क्या हाजार रुपय की बात है?

अव यह से भी वो बन्डा देने वाला है नहीं तो वो चोर देती है।

नहीं तो फिर आज सुनेस पोसिबल एक तो साल मही लिगल नोटीस वसुली करना ये सब भेजना शुरु कर देती है।

पर हां, कमपाऊनिंग का पावर क्या होता है वो देखों।

तो ये छी॥ जब आप देक हो, इसका मतलव और एक पोसिफ भुई मेवी हूँा सकर आत्मक रुप में।

यह ख्झाम मतलव हूँा यह अगर अप मातर हसार रुप है यसे।

यह सी चीजग में ख्व़्ष्ट कर सोगो जो की आपखो चाल्लिठ प्रेर्णम दे बान्क मैं अग पयिसा कड़तो तो सात पर्षन्ट पर आनम कईं जो नाँव गई थाई मुल लो स्विएक खाली आप कोई आसा निठुमन्ट मिल गगा जो की छालिस परषन्ट पर आनम चालिस पर्षन्ट का ब्याजदर आप को देता है।

तो माथर 1 धाए कहाँ रुपय लगाने से ही नहीं वो पचाँँ साल के अंधर पनदरसो करोड रुपय हो जाएंगे।

पर रहाँ ये बस एक खयाली पुछाँ है कुकि रियल वरल में सब सबजद अदे रीटनतो च्टोक मार्गध में रिटा है।

और वो भी बारा पर्सेंट है, इसका लोंग्टर मैध्रेज, बारा से उपर वाली सभी चीजे, लक्ष्मिच चीट फुंड होती है।

सर्फ यहा, दिमाख के अंदर पैसा होता है, रियल में उतना उतना नहीं भडता है।

आप लोग में से के लोग मुझे बोलते हो कि भाई जैसे शाम होती है, मुझे खॉछ तेश्टी काने का पन गार दा है, मुमोज वेगेरा।

अजीना मोटो, और यह एक आसी चीज़ है, जो की अदिक्टिव है।

और यह कहा जाता है कि हेल्ट के लीवे खराव है, पर फिर भी विग्जान ने पाया है, की एमस गी अदिक्टिव नहीं है।

और उतना खराव नहीं जितना लोग सोचते है, उबस एक सुल्ट की तरा है।

यह जो एमस गी है, यह कुछ नहीं है, यह तो जोग है, रील आसे कई चीज़े है, जो की भारत में चलती है, लेकिन वेस्टरन कंट्रीज में, योरोप्यन उन्यन, जापान असे जगाँपे बैंड है।

मैंप को कई केमिकल्स का लिष्ट दिखा देरा हों, बुत सरे फुट डाएज, जो की कैनडा, जापान, और कुछ कुछ अमेरिका में भी बैंड है।

पर इंचीजों को बारत में खुले तोर पे यूस के जारा है, असा लगर है, बारत एकसपेरिमेंट वाला मरकेट है।

तो मुझे लगता है के इंटिया में जो फुट दिपार्ट मेंट है, इंको तो और आवेर जागरुख होने की जारुएत है।

आपने उस लड़के के बारे में जारूर सुना होगा, जो की बडड़े में केक मंगाए, केख खाए, और केख खाने के बाद उसकी मुझे होगाए।

अभी बड़ा आजीब नी लगरा है, कि सिर्फ बड़े केख से किसी की मुझित्य।

कैसे हो सकती है?

आसा होगा, तब तो कोई केख ही नी मंगाएगा, आसा गर होने लगी दुकान में तो।

और शाइत आसी चीज दुनिया में कही नहीं होगी, और उब लड़की मातर दस साल की थी, और रिजन क्या बताया जा रहा है कि उस केख में, देंजरस्ली है लेवल अप आप आटिफिष्यल स्वीटनर था।

इने केख को जो मिठा करने के लिये यूस के आथा है, चीनी के बड़ले जो यूस के आथा है, तके शुगर हाई नहों।

आटिफिष्यल स्वीटनर वो बहुत जाडा था, तो हां, भारत के इस फूँड एर्या को और सुदरने की जुर्वत है।

हमारे लोंक टर्म वल बींके लिए, तो यी ते आजके सारे अलगलक पक्स मचली के तबाही से लेकर मेंजग।

और हां, मचली वाले चीसे दरना मात, वो कोमन है, वो बहुत जगगा पे साइटिंस होते राता है।

उस और फिष्यका, विटु वो लाएक ज़ोग करना, निची कमविंट तरने विटु कैसा लागा।

और चलन के सुट्टर्ट बरके बेलाएकर ना जरो अंगर लेना, ताइं क्यो सुमच फो वाचिंग मिलते है, अगली वीटियों।