TERRIFYING: Universe Might Collapse SOONER Than We Thought! FactTechz AMAZING Facts Show - Ep 1023
- एक आसा गेम है, जो कि इंसान को बीमारी दे देता है।
- Gta गेम रिलीज होने वाला है और सभी कंपनियां छुट्टी मांगती हैं।
- टेक्नोलॉजी के कारण, हम अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं लेकिन इसके साथ खतरे भी हैं।
- जलवायु परिवर्तन का प्रभाव मानवता पर गंभीर खतरे पैदा करेगा।
- ये सभी बातें हमारे ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने में मदद करती हैं।
एक आसा गेम है, जोगी हार इंसान को बिमारी देदेता है।
फ्लू जोगी गेम खेलने से आता है। आपको आजीब लग रहा होगा, लेकिन सुनो, GTA गेम रिलीज होने वाला है। और आपको पता है, जितने भी कंपनियाँ हैं, जिनमें कि लोग नौकरी करते हैं, रेली उस दिन सब कोई छुट्टी मांगते हैं।
और एक होता है ना की ठीक है, बड़ा इवेंट है। लोग छुट्टी मांगते हैं, आसा नहीं, लोग भयानक लेवल से छुट्टी मांगते हैं।
लगभग हर शहर में सर्वे किया जाता है, तब भयानक के आपसे दुन्या भर की कंपनियाँ इसी का भयानक तुफान कर रही हैं। और आप को पता है, जीटीए सीरीज, गेम्स की दुन्या में, असल में सबसे बड़ी गेम है। सिर्फ आँसे बोलने के लिए नहीं, Statistics के लिए।
आप कह सकते हो, कि जितने सैटेलाइट्स से वो वर्कर्स हैं। और ये है बॉस का ऑफिस। तो आप लोग में से बहुत से लोगों ने कमेंट किया है, "भाई, मैंने चट पे जाता हो, तो मुझे ये दिखता क्यों नहीं है?"
क्या वो है भी? तो अफकोर्स भाई, देखो क्या ना, आप चाहो तो आपके पास थोड़ा सा भी एगर पावरफुल टेलीस्कोप हो।
आप जूम करोगे ना, तो आप इस फोटो को देखो, कुछ ऐसा आपको आसमान में literally दिखाई देगा।
आपको लगेगा ये कौन सा मशीन जा रहा है भाई? और ऐसे यमज बहुत लोग पोस्ट भी करते हैं। तो यही है आईईईईई: इसको आप देख सकते हो चाहो तो, और बासर ट्रकिंग वेबसाइट होते हैं,
उब बता देते हैं कि कब आपके ऊपर से आ रहे हैं।
समालो आप दिल्ली में रहते हो, तब दिल्ली के ऊपर से आएगा ये आप तो देख सकते हो नेट पे। वैसे भी मान लो शाम 6 बजे,
आप 6 बजे चट्ठ पे गए और ऊपर देखे तो आपको दिखाई देगा। अगर सर्च करोगे नेट पे, तो थो दो लाख, असी, सत्तरा, लाख, बीस लाख, दस लाख, ऐसे प्राइस के टेलिस्टोग भी आपको दिख जाएंगे।
इसका हमारे भारत में रेगुलर सेल होता है, तब ही दुम्ला दुम्ला दिखाई देंगे।
तो हां, 17-18 लाख की गाड़ी खरीदने के बजाय, तेलिस्कोप लूंगा।
इतने भयानक लेवल वाले, वैज्ञानिक विशेष रूप से हमारे अंदर मौजूद हैं। पिक नामरेत ये बहुत ही दीप साप्टाग है जो विज्ञान ने फाईंड आउट किया है।
तो कोई आप से पूछे हैं कि हमारा ब्रह्मांड कब होगा तो इसका उत्तर क्या है?
तो मैथमेटिक्स में इसको बताया जाता है।
अभी तक जितना भी कैलकुलेशन हुआ था, पूरे विज्ञान में जितना भी नॉलेज मौजूद है और पास्ट में जो जो कारना में आईन्स्टाईन,
स्टिपिनाव के जितने भी बड़े वैज्ञानिक हैं, वो सब किया है।
तो कि स्पेस को निश्चित करते हैं। अब टिकेगा 10 तो दी पावर 65 या 70 तक मुश्किल से।
और अफकोर्स ये भी बहुत हैं। तो ये खर्बो लर्वो साल हैं।
इतने टाइम में आप और हम शायद एक अरब, दो अरब बार जन्म लेकर मर चुके हों।
तो हमारे एक अनसाम के कॉनटेक्स्ट में इंपोर्डन नहीं है। लेकिन इस यूनिवर्स का बहेवियर काफी अजीब है।
निदर लैंट्स में बहुत ही प्रेज्टीजियस यूनिवर्सिटी है रोड भाओर यूनिवर्सिटी।
अब उसी यूनिवर्सिटी में आपको रेफरेंस दिखा देता हूँ। वही पे ही पुरी जानकारी है।
और उसी में ही पता चला एक बहुट दीप साट पाकत है अल्गोरिदम के बारे में। आपको पता है,
आप जब भी पना फोन उठाते हो और जो भी ऐप खोलते हो, वो कैसे करता है?
अल्गोरिदम क्या है? एक सिस्टम है जो कि आपको वही दिखाता है जो कि आपको देखना है।
अगर आपका टेक्स की विडियो रेगुलर देखते हो तो मेरी विडियो चाहे अभी आएँ या छे मेंने बाद, आपको दिखेगा।
यह तो अल्गोरिदम स्पेशलिस्ट्स की इंडस्ट्री बसी हुई है।
इतना पावर्फुल चीज है यह अल्गोरिदम।
अब जो प्लास्टिक बाथ कर लिया,
लेकिन मैं ये जो फैक्ट बता रहा हूँ, नेगेटिव साइट के लिए बता रहा हूँ।
अल्गोरिदम लोगों में लगाई कर देता है।
आपका कोई दोस्त है, जो के दुसरे धर्म का है, दुसरे रिलिजन का है, तब उसके फोन में उसके रिलिजन का कंटेंट आएगा।
अब जो फैक्ट निस्ण फैलेगी किसी भी धर्म के बारे में, तो वो उसके फोन में भी जल्दी आजाएगा।
और गर कोई फॉल्स न्यूज आई, जो कि असली नहीं हो, और वो आपको गुस्सा दिलाने के लिए हो ता कि दंगा हो।
तो आपके फोन में आयी जाएगी। क्योंके आप अपने दिमाग में, अफकोर्स इंट्रेस्टेड हो रहोगे।
आपके रहते हैं, बहुत चीजों के बारे में, उसमें जो ब्रेन वाश किया जाता है, यह दिखता आता है।
और अल्गोरिदम बहुत ताकतवर तरीके से वैसे फेक कंटेंट को पुश भी करता है।
दिखता ये है,
आपका ब्रेन शॉर्ट।
क्योंके बता है, एलन मस्क का इस् ब्रह्मांड में किसी पहाड के अंदर का गुफा हो।
हर जगह, हर एक सेंटीमीटर अप लैंड में इंटरनेट पहुँच जाएगा,
जस्ट बिकोज वो ऊपर से सैटेलाइट से आरा होगा।
तो असल में बात यह ना,
आपको संक्रमण का पता नहीं है ना, अंदर।
अंदर मार्किट नहीं है।
यह सुपर ह्यूज मार्किट है।
अब सुपर ह्यूज मार्किट के कटेगोरी में आता है,
इसलिए यहाँ जो भी सर्विसेज आएंगी, उनको बहुत तस्वमच केल आना परता है।
और यहाँ के रेगुलेशन्स भी उतनी ईजी नहीं हैं।
अनलाइक अदर काउंट्री।
तो इसलिए यहाँ आपको आने में टाइम लग रहा है,
लेकिन एवेंट्युली ऐसा होना है।
बागीत लोग कहते हैं डिस्कसन में कि यह एन एवेटेबल है, ऐसा होना ही है कि टेसला,
बड़ा हमसे इतना पैसा क्यों ले रहा है।
तो देखो, बात यह ना कि लीगली में बता रह हूँ।
बहुत अजीब लगेगा, आप कुछ नहीं कर सकते हैं।
इस प्लेटफॉर्म से फेको लेके, कुछ भी नहीं।
यह तो आप एक आब प्र्श्न आप भारत का नागरिक।
कोई जरा भी, एक प्रतिशत भी फोर्स नहीं करे।
यह आप समझन कहाँ से लोग हैं।
उप्लकुल आपकी मरजी है।
आप जहाँ से चाहो वहाँ से लो।
ऑनलाइन ने लेना है कुछ समान तो, अफलेन लोग इसका कंट्रोल आपसे कोई नहीं ले सकता।
लेकिन कंपनी बहुत स्मार्ट है।
वो सस्ते दामों में चीजों को बेचना शुरू करती है।
पहले आपका ब्रेन को वोश करती है।
आपको आदत लग जाएगी।
वरं कहो तो मैं भी बहुत कुछ फोन लेन मंगाता हूँ, मुझे आदत हो गई है।
मुझे लगता है क्या शॉप में जाना ऐसा एक हाद खॉर मेरे लिए हो जाएगा।
आदत लग गई है।
तो ये आदत बहुत पावरफुल है।
अब मुझे पता है।
अब लोग मृत्यु लोग प्रोटेस्ट होंगे कि भाई - भाई, जीओ ने भी वमार्शट अच्छी तरह किया।
जीओ के स्वोग में कितने सस्किट प्लैन थे,
अब देखो, बैककिट डेफेरेंट तो ए गे।
आपको पता दोयर सूला के पहले जो प्राइस था वो... क्या बोलूँ? कुछ भी नहीं बोल सकता।
लेकिन अभी प्राइस अच्यक है।
यह तगड़ा प्राइस हो चुका है।
और चाहे एक मिलियन पीपल प्रोटेस्ट कर लें, ये रहने वाला न नहीं है।
अक्टमप्न् तो था पश्चो जो मेट्रो में।
अल अवर या लाखों अडर से होते हैं।
एक दिन और एक इंसान से दस रुपए ले तो वो करोडों में खेल रहे हैं।
डेली, अगर्स कोर्स कर रहे हैं।
इसमें कुछ गज़ब बात नहीं है,
अफकोर्स कंपनी मेहनत से कमाई करेगी।
लेकिन, पूरा कंट्रोल उन्हीं के हाथ में है।
अगर लोगों का भी कंट्रोल उन्हीं के हाथ में,
यूची प्लेटफॉर्म नहीं इतना स्मार्टली प्ले करके आपका आदद डलाया।
आप में सब वोत लोग ने पूछा है,
भाई, सपेश क्यूच के लिए सपना।
तब प्यार एई उरोपा चाँद के लिए एक रोबोट बनाया गया था?
यह फिर चंट ड्यांगो लेलो तो इनका टेस्टिंग कैसे होता है?
अब देखो यहाँ तो...
अच्छसे करो, आप वहाँ हैं।
विपस्ग में हवा और नहीं।
तो अब बता है, एक वस्पेर्ष्षिप यहाँ टेस्ट नहीं हो देगाई।
रहें उसे पेश्प को हवा में टेस्ट नहीं कर सकते हैं।
क्योंकि इस पर का कंटिन्यूशन अलग है।
नहीं इस पेस में तो कोई हवा नहीं।
यह बझुर वैक्यूम।
तो इस के लिए आपको पता नहीं कि नासा का बिलियन डॉलर फैसिलिटी हैं।
जहाँ पर वह बड़े डेम शेप्ट एरिया में, एक बहुत लार्ज एरिया में से हवा निकालते हैं।
और वो एरिया पुरवाख्यूम हो जाता है
आपको पता है, 30 टन हवा है, मानो उसके अंदर वो, तो वो सारे को स्काउट कर लेते हैं।
वो वैक्यूम बन जाता है।
अब के अंदर लास्ट में 2 ग्राम हवा वचता है लास्ट में।
और तब उही पे स्पेशिप की टेस्ट होती हैं।
एक मिनिट।
आप में सब से नटल्येंट वाल होंगे और उनके दिमाग में आरावा की 2 ग्राम हवा क्यों छोड़ दिया?
भाई, आपका होगे कि अब आप में कहा, की हवा निकाल देता है।
लास्ट में 2 ग्राम छोड़ देता है।
क्योंकि, धरती पे कम्प्लीट वैक्यूम बनाने के लिए।
आप वैक्यूम, मतलब 2 ग्राम।
मतलब नाग याब रावार है।
लेकिन मैंने क्लेश में लंगज मैं बोला कि लास्ट में 2 ग्राम।
हाँ हाँ, वो ख़बर वालक बात होगे।
तो उसी जगह पे स्पेशिप की टेस्टिंग होती है।
और वहाँ पर उसको बहुत देर तक चलाया जाता है।
और सारे टेस्ट की यही आते हैं।
क्योंकि आप कह सकते हो कि धरती पे वो स्पेस बन जाता है।
तो यही ता इस पेश्पेस्प्स का सीक्रेट।
रीशर्ज सेंटर पिक नामरेत।
तरी ग्रिकेट मैच के समय या त्रीए चीट येट गेट है?
अजी लगता है लोगो को के जीटी वैसे एक क्सेंट वेट करो।
दो सेकेंड में नूस तुरंत आ जाता है।
किस टीम ने इस टीम को इतने रन से बीट कर दिया।
और इस टीम के क्या खास बातें हैं?
अब लोग सवाल पूछते हैं के भाई करते कैसे हैं?
कोई भी खबर को आने में पहले एक- दो मिनट लगता था।
कि हां, ये टीम जीत गए।
फिर वो टाइम कम हो गया है।
बिसटिस सेकंड में फिर ये न्यूज आजाता है।
अब क्या हो रहा है, जैसे टीम जीती तो सेकंड भी नहीं होता।
और न्यूज आ जाता है।
तो लोग पूछते ये कैसे? कोई A.I ये वेड़ा टाईप करता है क्या?
तो आजाता नहीं है।
न्यूज एजेंसी जो लोग काम करते होंगे, उनको पता होगा।
वहाँ पर भी क्या है, मालो पंजाब और आरआरसीबी में मैच हो रहे हैं।
तो पंजाब का पूरा जीतने का लेखा पूरा वर्डन तीसने जीता कि
जो न्यूज सबसे पहले कोई दे पाएगा, वही वायलो पाएगा।
और इसका नॉर्मल टाइमिंग अब तीस चालिस भीस सेकंड नहीं है।
भाई तो सेकंड हो चुका है।
तो सेकंड और एक सीक्रेट आपको बता रहा हूँ।
मेरा जो चंद्रयान के ऊपर लोंग विवेव है, मैंने चंद्रयान के दिन उस विवेव को पहले बना के रखा।
क्योंकि मेरे को फुल भरोसा था।
इमोशनली स्पीकिंग भी और टेक्निकली भी मुझे भरोसा था कि वो लैंड कर जाएगा।
और जैसे वो चेवगे लैंड की आ और सब तालियाँ बजा रहे थे।
मैंने एक दम उसी टाइम पे चंद्रयान के ऊपर विवेव डाल दिया।
क्योंकि मैं एक भी मिनिट लेट नहीं होना चाहता।
तो मुझे उसका एनएशिल अडवांटेज मिला भी था स्नेॉरमल से।
पाइवेग जाडा विवेव।
तो हां, ये हो रहा है।
तो ये भी बहुत ही थफाट्फ़टफाट आगट देखो।
मैं तीन उन्खली दिखा रहा हूँ आपको।
तो आप मान लो, ये उंगली जो है ये काफी स्पेशल है।
लेकिन अपने खुद में नाप लो क्या है।
तो आपकी दो जीस है।
जिसके फार में हार को जानता है और ये सब खेजा।
बेसिड चीजें हमारे ब्रह्मांड की क्या ख्या?
विल्ग कि थे नाभान ब्रह्मांड किसे बना, वहाँ ये स्पेस।
ये क्या राइंगा है?
आप भन आस पाज, ये ये स्पेस है।
तबचने कोल, ये टाईगाने को क्या सा लगता हैं?
तब खगाएंगानि।
कॉन्टिनेंटल चीजों में की जय तब ही तो ब्रह्मांड है।
और दूसरा है थाइम।
जो की हमारे अंदर है।
तो अब स्पेस और टाइम,
यह दोनों हैं, सबसे मूलभूत चीज़ें।
तो हमारे ब्रह्मांड में ये ही सबसे जरूरी बातें हैं।
तो ये है कि फंडामेंटल थिंग्स, होलीस्पेस या टाइम।
और लोग दिखता है, लेकिन उनकी बिल्डिंग ब्लॉक ये।
येट और सिमेंट है जिसके चलते वो एक्जिस्ट करता है।
तो टाइम जो ये चीज है, जो की हमेशा भीत रहा है।
इस टाइम का भी कोई बिल्डिंग ब्लॉक होगा।
और वही वो तीसरी चीज है, जिससे सब कुछ बना है।
तो ब्रह्मांड के तीन सब सब नहीं पोड़न चीज स्पेस और टाइम के बारे में।
तो एन्नाफ जानकारी है हमारे पास।
लेkin बिल्डिंग ब्लॉक अप टाइम, बिल्डिंग ब्लॉक अप स्पेस।
इसी को फाइंड करने की कोशिश की जा रही है।
कई यूनिवर्स्टीज में पिक नामबर वोगान,
क्लाईमेट चेंज, एक ऐसा टोपिक है, जिस पर सब को आपकी इंट्रस्ट होते हैं।
वे वे भी किसी को इंट्रस्ट नहीं जो लगते हैं,
देखें धरती का हगर्मी बढ़ रहा।
गलेशियर्स पिगल रहें।
लेकिन, जैसे जैसे धरती का जो ग्लोबल टेम्परेचर है, वो एक डिग्री, तो तीन डिग्री से भी बड़े हैं।
तो हमारे धरती पे एक रेवलूशन आएगा,
एक नेगटिव रेवलूशन, इक नहीं दुन्या नहीं और नहीं।
आईट्रा के बैक्तिरियास के लिए, अब से बनने के लिए ज़्यादा तापमान,
अब निच्चर मेंगर।
नाच्चुरली ही ज़्यादा तापमान हो जाए,
ऐसी इंसान के कारनामों के चलते,
तो यी जो फंगाई मिला है, जिसको आप इसक्रीन पे देख रहे हैं।
श्टर्दी में ही पल चलाए, कि यही फुल फोर्स में आसकते हैं।
अगर, क्लाइमेट चेंज को नकारा जाए,
तू। मतला वोई है, के जेनरल बहासा में,
देसि बहासा में आपको वी पूछे, कि क्लाइमेट चेंज से क्या होगा?
तो ये कहना के देग बबोवा,
क्लाइमेट चेंज से होगा ये,
बीमारियाँ बढ़ेंगी।
क्योंकि नहीं, छ़रांगे आजीवों करिए बीमारी आएगी।
अगर आम लोगों एस धरती का ठीक कीर नहीं की,
आप गो उआप।
तो ये तुम आज का सारे आगह कागट से बिटिव को लईक जोग करना,
निची कमिट करनेः भिडु।
कैसा लग?
और चैनल को सुट्टाइट दरकेप्ट वेल।
इकन जुर रूनग रहग़्र।
लें खान्कु सुमच।
फो वाशिंग मिलते हैं अगली वीडियो।