FactTechz AMAZING FACTS Show - Episode 1004
ताट्स अट्रेस्टिंग अप यही खेहने हो यूँ विडियो मैं बहुत सरे अमेशिंग प्याक्ट्स को जानोगे जो की आपको अमेश कर देगी
मैहु राजेश और स्वागत है अपका पाक्टिक अमेशिंग प्याक्ट्शो में
- वल्ड मैप में भारत से आन्टाक्टिका कितनी दूर है
- फोन के मेगापिक्सल की वास्तविकता
- विज्ञान में ब्रेन और यादें कैसे काम करती हैं
- दुनिया के पहले ऑटोमोबाइल दुर्घटना का सच
- एचआईवी और उसके इतिहास
- दिलचस्प वैज्ञानिक तथ्य
ताट्स अट्रेस्टिंग अप यही खेहने हो यूँ विडियो मैं बहुत सरे अमेशिंग प्याक्ट्स को जानोगे जो की आपको अमेश कर देगी।
मैहु राजेश और स्वागत है अपका पाक्टिक अमेशिंग प्याक्ट्शो में।
येग मजजदार सी बाद बतावूँ; वल्ड मैप में भारत से आन्टाक्टिका कितनी दूर है? तूब बर्फिला इलाका है वो कितनी दूर है पर अगर आपको अम्मेशिंग चीजो को एक स्पिरिआच्टीका है पास्ट में इंटिया कर चुकाया मतलब मतलब इंटिया का जो लैंद है मिट्टी उसने बहुत कुछ को अनवाँ किया है।
आप यकिन नहीं करोगे इंटिया और अंटाक्टि का पहले तोस्त थें। फ्रेंड थें और हमेशा हाथ मिला कर चलते थें।
गया बोल रहुएं अप यह सुच रहांगे, देखो जब इस द्हर्ति का फरमेशन हूंवा था तब का वल्ड मैप अगर एलिन्स के पास रारकाइव में होगा तो उच्छ अच आँसा दिखेगा, जिस में आप देख सकते हो एंटिया यहां पहाँ है।
अब देखो, वकत ने क्या क्या क्या किया सब को जुदा कर थिया।
सुट्सक्रिब करने के बाद बेलाइकन पे क्लिक कर के यह जो आल्वाला बतन है इसको हमेशा आँन रखना तकी नहीं विड़ुग नोट्फिकेशन आपको तुरन्त मिलजा है।
आप लोग सब कोई अपने अपने फोंके बारे में बोलते होगे की मेरा फोंकों पच्शिस मेगा पिक्सल का है और कयो का सोसो मेगा पिकसल का होगा।
मरे पस भी एकसो अट्वाला पर ख्या अपको पता है कि जो वोड़ का पहला केंजमरा फों क्या तायो सेरा वीपी 210 जापान में बना ता उनिसु निनान में।
इस में just 0.11 Megapixel काम्रा तो यानी आप मेरको देख रेए हो ना तो मैं आसा कुछ दिखता विश्व के पहले कम्रे में।
मतलाब, use less एक तरा से लेकिने कंसेप्त को क्लीर करने के लिए काफी था कि आप फोन से ले सकते हो वीडियो उस ताई में, नोवेल कंसेप्त ठा।
ये एक मेगा पिक्सल भी ने 0.11 Megapixel लिए क्या है भाई।
और हा, ये बात को तो सब को आप बताते फिरना सब से बड़ी मित जो है कि जाडा मेगा पिक्सल मतलब अच्छी कुओलिटी वैसा एक दम नहीं है मेरे दोस्त।
आज से ना आप कभी भी फुचर में फोन लोगे तो आसा एक दम मत करना कि मेंगा पिक्सल देख के ले रेए ह या मेंगा पिकसल देख के। जो लोग फोन लेते है, वो एक नमबर के चपरी होते हैं।
अपन में मान लो दस रूम है, रूम 1, रूम 2, रूम 3 करते गरते दस रूम। सब रूम आपस में, हाच मिलाकर, तो उस्ती फरे अंदास से काम करते हैं, अनलाएक अदर फोंस।
नहीं तो आपल आईपोन में क्या खास है, कुछ खास नहीं है। खास है उसका एफिषियन्सी।
अभी जो मैं पाक्ड बताने जारा हूं, इसको ना आप द्यान से सूनो, मैंगनेट में कितने पोल सोते हैं, नुर्त पोल, सुथ पोल, रएईट।
अब आब अब आप से बोलू, चा कोई एसा मैंगनेट हो सकता है, तिसका सर्फ नुर्त पोल हो, सुथ प नुर्त पोल हो, नुर्त फ, अ सुथ पोल होईना।
असा पोस्टिबल नहीं है, अकोडिंग तु रूल्स अप नेचर।
लेकिन जब वैग्यानिको ने कौंटर मैकानिक्स, और हमारे यूनिवर्स के बारे में दीप चीसो को पता किया, तु ने पार्टिकल के बारे में मालु थु।
इस या इसे पार्टिकल होते हैं जिन का सुथ इक साप्टिब, नुर्त होता है।
जो नर्वल लोग है, तु तु नज्डिन पारे हैं, नुर्त होता या एस में कास क्या।
और यो साँईन्द अल आपनोमें लोग में से होंगे, उप कग़ो एसे से चर रेएंगे।
क्षे का रिँ बहुत बड़ा है लेकिन मैं आपको बहुत पहले एक फैक्ट में बताया था कि नासा एक प्लनेट को, कन्फर्म किया है अपनेट पर्ष्ट किया है।
यहां उईखिष्ट करता है उसका नाम रका गया, J1407b और ये पता चला उसका जो रिँ आप उस़ाटरन के रिँ से, तो थो गुना बड़ा है।
अब आप आसा निउस अटिकल में चब के आया, तो हमें पता नी चलता है किटना बड़ा है उनिवर्स में।
साईस का कोई लिमिट है ही नहीं।
एक अमेंजिंचीस को पता करो उनिवर्स में, उस से भी अमेंजिंचीस और आचुकी होगी।
गजज़ा भी उनिवर्स है आमारा सही में अपने महान व्याडयानीक आलबाताएनष्टायन को कितनी बार देखा़।
अगा, पर क्का अब लिनके बेहन् को देखा है, न की अपने आँजा आईन्स्टायन।
और वो बिⅼकोלט आईन्स्टायन की ही थरार दिखती टी।
ये देखो आलबात आईन्च्टायन और उनकी ब contrario अपंके पाज खीलनोपगा।
अपना स स्ट्र्में आपके रहागा। ऐसा रहा जोगपाग प्राग जुँँँँ क्ये बाद लिजेए।
आपके पास च्यप कि नहीं ठींग तोई रहा ठींद। खान्स अपको नहीं लिएना पड़ा है तो एक बहुत दीप उन्स्दुपिटसी बात एक स्स्क्स्थ trickle लिएन किल रोग़ा ूप किल।
ख्यानका अग्छा अगर रम थास को कुंच्याश्लि क्झुन्ट्रोल करनेका आददद दाल दियें क्या अब खुद साँस लेने का आदद, तो क्या कभी चोड़ें, तो आसा हो जाएगा कि फिर साँसी नहीं लिया जाएगा।
क्यों अटमाटिक साँस चलने वाल आदद तो खतम क्यों मैनूली कंट्रोल कर रहें, कैसा बाडी में समवव है।
तो विग्यान कहता है, आसा बाडी में बिलकुल समवव नहीं।
आप साँस के साँत कितना भी चेंचार करो, ब्रेन जो है, ये साँस को हमेशा चलाते रहेंगा।
अबी जब लास टाएं च़ट पुजा ता, तब आसी खबर आरही थी, कि दिल्ली से पैरिस का जो प्लाइट तिकट का प्राइस था किमथ, उसे दबल प्राइस देली से पत्रना का था।
किंकी पत्रना बहुत लोग जाते हैं बियाहर में, छट पुजा मनान।
तो क्या आसा सीनारियो असली में हुझा था? जी हा, आसा असली में हुझा ता।
और सब से इमपोट्रन बाड जानने की ये है, की ट्रेन का टिकट प्राइस थो रेगूलेटेट है, सरकार उसको कम रखती है, चाहे रेल्वे को लोस हो फिर भी।
पताएई होगा अपको, लेकिन प्लाइट का जो प्राइस है ना, अभी भी कोई फ्रेमवर्क के अन्नर नहीं है।
यहने थ्योरेटिकली, प्लेन के प्राइस को, कोई भी कमपनी कितने भी उपर लेके जा सकती है, और हम कुछ भी ने कर सकते है।
तो वो प्योर लिट दिमांड और सप्लाई के गेम पे चलता है।
और दिमांड बड़ा, तो देली से पटना का टिकेट भाईस हजार क्या, पचास यहर भी पहुट सकता है।
अगर बहुत जाडा आसा कुछर में हो, कि लोग आपास इतना इंकम होने लगे, कि सब कोई फ्लाइट में जारे हार है।
आसा जब भारत हो जाएगा, तब प्राइस उतना भी बड़ सकता है। लेकिन हां तब तक प्राइस कंट्रोल वाला कोई नियम आच्चुका होगा।
अगर आप कुछ हैसी बिमारिया होती है, जिस से दरती का हर एक आदमी दरा होता है, खासी बुखार उवा थीक हो जाएगा।
लेकिन अगर एचाईवी एट्स हो गया, तो थीक होना इंपाशीबल।
कुछ बाते होती रहा लाइप में, जिसके लिए आदा परसेंट तो चान्स होता है, कि हां वो बच जाएगा, अगर कोई त्रीटमेंट ना ले, तो उसका मरना पका है।
अखर गोगी नगर ना ले, तो यहाँ पर एक फैक्ट है, कि एक इंसान को उसी इंसान से आच्ठा है, जिसको एचाईवी हो रखा है।
अगर सामने वाला इंसान हैडिए एक, बद land παहली बार HIV केसे हुढा तो आपii अकीई नहीं करोगे।
ये जानूर लोगना पहुद बधमास होतें जानूरो के चलते पहली बार HIV का केस आया था।
और ये विमारी उस जगाह से अए जहांःété अगना इंगट्रोगनो था।
यजनी आप् exitingरिका अप्रिका में सुटी मैंगबे मूंकीज ये प्रजाती है बंदर के।
और विश्व में पहली बार दिस बंदर का बलड़ बंदर का चीलोल गया होगा कुद फनने के चलतें।
तो बंदर का बलड़ क्या हूँँँँँँ किसे इंसान के खाव पे आगे तच होगया और इस तरह पहली बार जानूर से इन्सान में आया ये बीमारी।
और उसके बाद फिर इंसानो से इंसानो में फैला। ये निस दुनिया में आप्रिका में एक आँसा इन्सान होगा, जिस निस बीमारी की शुर्वाद की पाक नवर 6 पिछले फैक्ट में हमने H .I .V के पहले केस के बारे में बाड की अब में आप से पुषता हूँ के जिस दुनिया में पहला अटोमोभील आखसिडन्ट किस के साथ हुआ था।
आभी आप यह आप च्टाटिस्टिक जानो गे। ये तो रोज कितने सो लोग मरते हैं रोड आखसिडन्ट में लेकिन आपको एक बाद पता है।
दुनिया में सब से पहला कोई गाडी से खुग के मरा हो ये चीज ज़ा सब से पहली बार हुई न।
तो इसकर शुर्वात ही बहुत अनलकी था कुई कि पहले अखसिरिंट में जो मरी थी वो एक माएक्रोस्कोपिस्ट शायंटिस्ट थी; एक आस्टोनमर थी, एक राइटर भी।
यहने गाडीो से जो पहला मोड था वही एक हाई प्रोफाल अनसान की मोड थी।
यहने यह जब चेन शुर्वात हुए तब ही कर्ष्ट होगाया।
तो टीप लिए अप देख होतें वैक नमबर फाँई।
दही दहरती में यसा कोई जगा नहीं है जहांपे कुछ्ते बान्ट है। अपना दिमात तुरा शान्ट कर लो किए।
अविजो फैक बताने वाला हूँ वो शाथ आपको बारे में बहुत सरे फैक्ट्स बताने हैं।
एक बिमारी है इसका बहुत सिम्पल सा एंगलीष नाम है तीրी मैं सिंट्रों।
इसका साभन्टिख नेम यह यह एपे देर में में कुछ है और यह इस किन पे होता है जिस में अपना पारो में यसा कुछ जम जाता है।
यह कि देखने पे लक्ता है..कि लक्डी जमगा है और इस केस में यह पाश सावने राए विरी ना बचच कहुना।
तो मुझे लखता है पहले के जमाने में नहीं करस का बात करते थे हैं किस इस असाम को शराप मिला गा कि यह लक्डी का बन जायगा।
कौसो आभे Kabot Aaj fair.
अब अँगाँ क्याँ ताव, best ts nak।
जग़ी जर इकाँग घब गगीशी मिल है। Love love।
आप देखना चाते हो तो अस्ट्रिल्या जाए।
यहापे कंगारो नहीं मिलेगा। यह सही में, अस्ट्रिया और अस्ट्रिल्या बहुत सेम 90 % सेम सावन करता है पैक नहीं, गुगल श्ट्रीट भी।
यह आपने कभी ने कभी युस किया होगा गुगल मैप में। आप कहीं कभी श्ट्रीट देख सकते हो जहाँ आचा है वहांका मज़रूटी अप देएर्याज का आवलिवल।
और देख हो यस मैप में आप को दिख सकता है कि गुगल के श्ट्रीट भी ने कहाँ कहां खब्चर किया है सब जगाँहों को।
अरिस में एक छीज नोटीस करो चा। इना कितन junk कहाली है चीन का मैप कितनी कहाली है।
और देखश न न कुरियया का भी helying भी इरिया कितना Anya kita na khali hai।
वह आप आप ढ़़ ब देखस肉। बाहर करीत चीन और न ज्ping Care Mumbai600 चीन न नैरत खोरिया में।
असी कई चीजे हैं, जो की दिखती हैं, रील, बट होती नहीं हैं।
क्या बोल रहु मैं, अग्जेक्ली बता रहूं देखो, वैग्जानिको ने जब ब्रेन स्कन किया तो नको पता चला कि आप जब भी कोई चीस को याद करते हो।
मान लोग की एक लड़का है, जिसका ब्रिकव हो गया था, तीन साल पहले, किसी बहुत ही चहेती लड़की से। तो अब वो उसको मिस करता हैं।
तीख है, तो आप ही बताओ आसा क्यो होता है, कि जब वही लड़की तीन साल बाद उसके पास वापस आएगी तो सामने से देख के वो ग्रना करेगा, गुस्सा करेगा, यह करेगा।
सामने होना ने चहेगा, लेकिन रात को दो बजे साथ सोंग लगागे जोर रोएगा। तो क्या है यह आखिर, मतलब आसा क्यो?
तो विग्जान यह बताटा है, कि हमना अनसान को मिस नहीं करतें, बलकी नूरो केमिकल्स को मिस करतें।
जिसे कि आप किसी को भी याद करो, आपकी करष को याद करो, तो एक a set of chemical आप के दिमाग में हिट करता है।
आप अपने पारें याद करते है, लेकिन जो सायकोलॉजी और नूरो साँईन्स में बड़े बआग्जानी काम करते है।
तो इसी बाद को कहते हैं, दिमाग सही में बहुत आजीईप सी चीजीजे।
इसलिये कवि -कवि जितना आप को किसी अनसान के लिए सामने फील होता है, उसे जादा फील त तब होता है, जब आप उसको याद करते हो।
इसलिया आप जब अखेले होते हो तब, यह काफी दीप साँ, गहरा साँ, फीलिंग वाला फैक ठा।
तो यह ते आजके सारे आमेजिं फैक्स।
विड़ो को लाएक ज़रूड करना, निचे कमेंट अजरूड करना, और विड़ो को शेर जरूड करना।
अगली वेटिवो में, अगली वेटिवो में।